शाहरुख खान जीवन परिचय | Shahrukh Khan Biography in Hindi

शाहरुख खान | जीवनी, उम्र, कुल संपत्ति, बेटी, फ़िल्में, पुरुष्कार, परिवार, शिक्षा और फ़िल्मी करियर

शाहरुख खान (Shahrukh Khan) को आज के समय में कौन नहीं जानता. भारत का बच्चा-बच्चा इस नाम से परिचित है. बॉलीवुड का क्षेत्र जितना हम देखते हैं उससे कहीं अधिक है. जहां कई सितारों ने अपनी पहचान बनाई है. लेकिन कुछ नाम अपने काम और करियर को लेकर काफी चर्चा का विषय बने रहते हैं. उन्ही नामों में से एक नाम शाहरुख़ खान का भी है. आज हम एक ऐसे ही बॉलीवुड सितारे के बारे में बात कर रहे हैं. दोस्तों शाहरुख खान भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता हैं, उन्हें अक्सर “किंग खान” के नाम से जाना जाता है।

बॉलीवुड फिल्म अभिनेता शाहरुख खान को आमतौर पर SRK के नाम से भी जाना जाता है और उन्हें ‘बॉलीवुड का बादशाह’ भी कहा जाता है. शाहरुख खान ने अपने करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में टेलीविजन धारावाहिकों से की थी. तब से वे लगातार तरक्की की राह पर आगे बढ़ रहे हैं. अपने करियर के शुरुआती दिनों में शाहरुख खान कर्नल राज कपूर द्वारा निर्देशित और निर्मित टेलीविजन धारावाहिकों में दिखाई दिए. बाज़ीगर, डर आदि फिल्मों में उन्हें ज़्यादा सफलता नहीं मिली.

शाहरुख खान

इसके बाद उन्हें फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995) में एक रोमांटिक हीरो के तौर पर पहचान मिली और वे युवाओं के पसंदीदा बन गए. दिलों पर राज करने लगे। शाहरुख खान ज़्यादातर देशभक्ति वाली फिल्मों में काम करना पसंद करते हैं. आज के इस लेख में हम बॉलीवुड के बादशाह कहे जाने वाले दिग्गज अभिनेता शाहरुख खान की जीवनी पर विस्तार से चर्चा करने जा रहे हैं. तो दोस्तों चलिए शुरू करते हैं.

शाहरुख खान की जीवनी (Shahrukh Khan Biography)

पेशा (Profession)

अभिनेता, फिल्म निर्माता और टेलीविजन व्यक्तित्व

जन्म (Birth)

2 नवंबर, 1965

जन्मस्थान (Birthplace)

नई दिल्ली, भारत

पिता का नाम (Father Name)

मीर ताज मुहम्मद खान

माता का नाम (Mother Name)

लतीफ फातिमा खान

भाईबहन (Siblings)

शहनाज लालारुख (बहन)

वैवाहिक स्तिथि (Marrital Status)

विवाहित

पत्नी/जीवनसाथी (Wife/Spouse)

गौरी खान (नी छिब्बर)

बच्चे (Childrens)

आर्यन खान (पुत्र)

सुहाना खान (पुत्री)

अबराम खान (पुत्र)

विवाह तिथि (Marriage Date)

25 अक्टूबर, 1991

उम्र (Age)

58 वर्ष (2023 तक)

शिक्षा (Education)

सेंट कोलंबा स्कूल, दिल्ली

हंसराज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय (अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री)

जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली (स्नातकोत्तर मास कम्युनिकेशन में डिग्री, एक्टिंग करियर बनाने के लिए पढ़ाई छोड़ दी)

उपनाम (Nicknames)

SRK

किंग खान

बॉलीवुड के बादशाह

कुल संपत्ति ( Net Worth)

$750 मिलियन (लगभग)

पहली फिल्म (First Movie)

“दीवाना” (1992)

नागरिकता (Nationality)

भारतीय

धर्म (Religion)

इस्लाम

लम्बाई (Height)

5 फीट 8 इंच/173 सेमी (लगभग)

वजन (Weight)

75 किलोग्राम/165 पाउंड (लगभग)

आंखों का रंग (Eye Colour)

गहरा भूरा

बालों का रंग (Hair Colour)

काला

कार संग्रह (Cars Collection)

BMW 6 सीरीज, BMW 7 सीरीज, ऑडी A6, बेंटले कॉन्टिनेंटल GT, रोल्स रॉयस फैंटम ड्रॉपहेड कूप, मित्सुबिशी पजेरो, लैंड रोवर रेंज रोवर स्पोर्ट

पुरस्कार (Awards)

फिल्मफेयर पुरस्कार: 14 जीत

IIFA पुरस्कार: 5 जीत

ज़ी सिने पुरस्कार: 8 जीत

स्क्रीन पुरस्कार: 17 जीत

पद्म श्री: 2005, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार

प्रारंभिक जीवन (Early Life)

बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का जन्म 2 नवंबर 1965 को नई दिल्ली, भारत में एक मध्यमवर्गीय मुस्लिम परिवार में हुआ था. उन्हें शाहरुख खान नाम दिया गया था, जिसका अर्थ है “राजा का चेहरा”। बाद में, उनका नाम उनके काम से पूरी तरह मेल खाने लगा, क्योंकि बाद में वे भारतीय सिनेमा के “किंग खान” बन गए. शाहरुख खान का पालन-पोषण विनम्रता और सादगी में निहित था। उनके पिता मीर ताज मोहम्मद खान एक छोटा सा ट्रांसपोर्ट व्यवसाय चलाते थे, जबकि उनकी माँ लतीफ़ फ़ातिमा एक गृहिणी थीं.

शाहरुख खान का परिवार दिल्ली के एक साधारण इलाके में रहता था. यहीं पर उन्होंने अपने शुरुआती दिन बिताए. जब ​​खान केवल 15 वर्ष के थे, तब उनके परिवार को एक गंभीर त्रासदी का सामना करना पड़ा क्योंकि उनके पिता का कैंसर के कारण निधन हो गया था. इस घटना ने शाहरुख खान में जिम्मेदारी की भावना और सफल होने की प्रेरणा पैदा की.

शिक्षा (Education)

शाहरुख खान की प्रारंभिक शिक्षा ने उनके जीवन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल से पूरी की. यहां रहते हुए उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ खेल और मनोरंजन में भी रुचि दिखाई. बाद में उच्च शिक्षा के लिए शाहरुख खान ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में दाखिला लिया.

हंसराज कॉलेज में उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. शाहरुख खान न केवल एक मेधावी छात्र थे, बल्कि उन्हें रंगमंच और अभिनय से भी गहरा लगाव था. स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खान ने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में मास्टर डिग्री हासिल करने का फैसला किया. लेकिन खान के मन में कुछ और ही था. अभिनय के प्रति अपने जुनून के कारण खान को अपनी मास्टर डिग्री की पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी.

उनका यह फैसला मनोरंजन की दुनिया में खान के सपनों को साकार करने वाला साबित हुआ. हालांकि शाहरुख खान ने अपनी मास्टर डिग्री पूरी नहीं की, लेकिन अर्थशास्त्र और मास कम्युनिकेशन में उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि ने उन्हें अभूतपूर्व कौशल प्रदान किया जो उनके भविष्य के करियर में उनके काम आया.

विवाह और बच्चे (Marriage & Childrens)

शाहरुख खान ने साल 1991 में गौरी छिब्बर से शादी की थी जो एक पंजाबी हिंदू परिवार से हैं. गौरी खान एक भारतीय फिल्म निर्माता और डिजाइनर हैं, जो मुकेश अंबानी, सिद्धार्थ मल्होत्रा ​​और करण जौहर जैसी कई हाई-प्रोफाइल हस्तियों के लिए डिजाइनर स्पेस रही हैं. शाहरुख खान और गौरी खान के तीन बच्चे हैं, जिनके नाम आर्यन खान और सुहाना खान हैं.

अबराम खान उनका सरोगेट बेबी है. शाहरुख खान मुस्लिम परिवार से हैं, जबकि गौरी हिंदू परिवार से हैं और उनका जीवन खुशहाल है. उनका परिवार हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के रीति-रिवाजों का पालन करता है. शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान उनकी फिल्म जीरो में सहायक निर्देशक के तौर पर भी नजर आई थीं.

एक अभिनेता के रूप में फ़िल्मी करियर (Film Career)

शाहरुख खान ने 1992 में राज कंवर द्वारा निर्देशित फिल्म “दीवाना” से बॉलीवुड में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. ऋषि कपूर और दिव्या भारती के साथ अभिनय करते हुए, शाहरुख ने राजा सहाय की भूमिका निभाई, जो एक विधवा से प्यार करने लगता है. फिल्म में शाहरुख़’ की ओंन स्क्रीन उपस्थिति ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ पुरुष पदार्पण के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार दिलाया. “दीवाना” एक व्यावसायिक सफलता थी, जिससे शाहरुख को उद्योग में एक नवागंतुक के रूप में पहचान मिली.

फिल्मों में पदार्पण के बाद उन्होंने अब्बास-मस्तान द्वारा निर्देशित “बाजीगर” में अभिनय किया, जहाँ उन्होंने एक प्रतिशोधी एंटी-हीरो, अजय शर्मा/विक्की मल्होत्रा ​​की भूमिका निभाई. काजोल और शिल्पा शेट्टी की भी मुख्य भूमिका वाली यह फिल्म एक बड़ी हिट रही और शाहरुख को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए अपना पहला फिल्मफेयर पुरस्कार दिलाया. उसी वर्ष, उन्होंने यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित “डर” में एक और नकारात्मक भूमिका निभाई. जूही चावला और सनी देओल के साथ राहुल की उनकी भूमिका को बहुत सराहा गया.

1994 में, शाहरुख खान ने रोमांटिक और नाटकीय भूमिकाओं के मिश्रण के साथ अपने करियर को जारी रखा. उन्होंने कुंदन शाह द्वारा निर्देशित “कभी हाँ कभी ना” में सुनील की भूमिका निभाई, जो प्यार में डूबा हुआ युवक था. उनके अभिनय की ईमानदारी के लिए प्रशंसा की गई, और उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड जीता. इसी वर्ष उनकी एक और उल्लेखनीय फिल्म “अंजाम” थी, जिसमें उन्होंने माधुरी दीक्षित के साथ एक मनोरोगी प्रेमी की भूमिका निभाई थी.

फिल्म के मध्यम बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन के बावजूद उन्हें आलोचकों की प्रशंसा मिली. अगला वर्ष खान के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष था, जिसमें उनकी दो फिल्मों ने पंथ का दर्जा हासिल किया. उन्होंने आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में बनी पहली फिल्म “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” (DDLJ) में काजोल के साथ काम किया. यह फिल्म एक बेहतरीन रोमांस थी, जो एक बड़ी हिट साबित हुई और आज भी बॉलीवुड की सबसे पसंदीदा फिल्मों में से एक है. राज मल्होत्रा ​​की भूमिका निभाने के लिए शाहरुख ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का एक और फिल्मफेयर पुरस्कार जीता.

उसी वर्ष, वे राकेश रोशन द्वारा निर्देशित “करण अर्जुन” में सलमान खान के साथ दिखाई दिए. पुनर्जन्म पर आधारित इस फिल्म में काजोल, राखी और ममता कुलकर्णी भी थीं, जो बॉक्स ऑफिस पर सफल रही. 1996 में, शाहरुख ने “इंग्लिश बाबू देसी मेम” और “चाहत” जैसी फिल्मों के साथ लोगो के दिलों पर राज करना जारी रखा. प्रवीण निश्चल द्वारा निर्देशित “इंग्लिश बाबू देसी मेम” में, उन्होंने सोनाली बेंद्रे के साथ दोहरी भूमिका निभाई. हालाँकि फिल्म ने व्यावसायिक रूप से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, लेकिन शाहरुख को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला.

महेश भट्ट द्वारा निर्देशित “चाहत” में उन्हें पूजा भट्ट के साथ एक भावुक प्रेमी की भूमिका में देखा गया था. वर्ष 1997 शाहरुख खान के लिए महत्वपूर्ण रहा, क्योंकि इस वर्ष उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया. अजीज मिर्जा द्वारा निर्देशित “यस बॉस” में उन्होंने जूही चावला के साथ एक संघर्षशील युवक की भूमिका निभाई. फिल्म को खूब सराहा गया और जूही के साथ शाहरुख की केमिस्ट्री की सराहना की गई. उन्होंने सुभाष घई की “परदेस” में भी अभिनय किया, जिसमें उन्होंने प्यार और कर्तव्य के बीच फंसे एक वफादार और देशभक्त युवक अर्जुन की भूमिका निभाई.

महिमा चौधरी और अमरीश पुरी की सह-अभिनीत यह फिल्म हिट रही और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए एक और फिल्मफेयर नामांकन मिला. अगले वर्ष शाहरुख ने अपने दो सबसे यादगार प्रदर्शन किए. उन्होंने मणिरत्नम द्वारा निर्देशित “दिल से..” में अभिनय किया, जिसमें उन्होंने मनीषा कोइराला और प्रीति जिंटा के साथ एक भावुक रेडियो पत्रकार अमर की भूमिका निभाई.

हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बहुत बड़ी हिट नहीं रही, लेकिन इसे आलोचकों की प्रशंसा मिली. उसी वर्ष, वह करण जौहर के निर्देशन में बनी पहली फिल्म “कुछ कुछ होता है” में काजोल और रानी मुखर्जी के साथ दिखाई दिए. यह फिल्म ब्लॉकबस्टर रही और प्यार और दोस्ती के बीच तालमेल बिठाने वाले कॉलेज के छात्र राहुल खन्ना की भूमिका के लिए शाहरुख को व्यापक प्रशंसा मिली और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए एक और फिल्मफेयर पुरस्कार मिला.

शाहरुख खान की सफलता का सिलसिला 1999 में “बादशाह” और “दिल से” जैसी फिल्मों के साथ जारी रहा. अब्बास-मस्तान द्वारा निर्देशित “बादशाह” में उन्होंने एक मामले में उलझे एक निजी जासूस की भूमिका निभाई. ट्विंकल खन्ना की सह-अभिनीत यह फिल्म व्यावसायिक रूप से सफल रही और इसमें शाहरुख की कॉमेडी और एक्शन की झलक देखने को मिली. जैसे-जैसे नई सहस्राब्दी की शुरुआत हुई, शाहरुख खान की फिल्मोग्राफी में और फ़िल्में जुडती गयी.

2000 में, उन्होंने अज़ीज़ मिर्ज़ा द्वारा निर्देशित “फिर भी दिल है हिंदुस्तानी” में अभिनय किया. उन्होंने जूही चावला के साथ एक आदर्शवादी समाचार रिपोर्टर की भूमिका निभाई. फ़िल्म मीडिया नैतिकता और भ्रष्टाचार के गंभीर विषयों पर प्रकाश डालती है, और हालाँकि इसे मिश्रित समीक्षाएँ मिलीं. उनकी एक और उल्लेखनीय फ़िल्म “जोश” थी, जिसे मंसूर खान ने निर्देशित किया था, जिसमें उन्होंने ऐश्वर्या राय और चंद्रचूड़ सिंह के साथ एक सख्त गिरोह के नेता मैक्स की भूमिका निभाई थी.

2001 में, शाहरुख खान ने संतोष सिवन द्वारा निर्देशित ऐतिहासिक महाकाव्य “अशोका” में अभिनय किया. उन्होंने सम्राट अशोक की मुख्य भूमिका निभाई, जिसमें एक क्रूर योद्धा से शांतिप्रिय साधु में परिवर्तन की कहानी दिखाई गई है. करीना कपूर की सह-अभिनीत इस फिल्म को शाहरुख के शानदार अभिनय के लिए सराहा गया. इसके अतिरिक्त, वे करण जौहर द्वारा निर्देशित रोमांटिक ड्रामा “कभी खुशी कभी गम” में भी दिखाई दिए. इस मल्टी-स्टारर फिल्म में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, काजोल, ऋतिक रोशन और करीना कपूर थे.

कर्तव्यनिष्ठ बेटे राहुल रायचंद की शाहरुख की भूमिका दिल को छू लेने वाली थी और उन्हें कई पुरस्कार मिले, जिसमें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर नामांकन भी शामिल है. इसके बाद खान ने संजय लीला भंसाली की “देवदास” (2002) में अभिनय किया, जो शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के क्लासिक उपन्यास का रूपांतरण था. दुखद प्रेमी देवदास मुखर्जी की भूमिका में शाहरुख़ की भूमिका को उनके सर्वश्रेष्ठ अभिनयों में से एक माना गया, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार मिला है.

ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित की सह-अभिनीत यह फ़िल्म समीक्षकों और व्यावसायिक रूप से काफ़ी सफल रही. इसी वर्ष उनकी एक और महत्वपूर्ण रिलीज़ “साथिया” थी, जिसमें शाहरुख़ ने “छलका छलका रे” गाने में विशेष भूमिका निभाई थी. वर्ष 2003 में शाहरुख़ खान ने कई तरह की भूमिकाएँ निभाईं। निखिल आडवाणी द्वारा निर्देशित “कल हो ना हो” में उन्होंने अमन माथुर की भूमिका निभाई, जो एक लाइलाज बीमारी से पीड़ित व्यक्ति है, जो अपने आस-पास प्यार और खुशी फैलाता है.

प्रीति ज़िंटा और सैफ़ अली ख़ान के साथ उनका अभिनय काफ़ी मार्मिक था, जिसके लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले. उन्होंने अजीज मिर्जा द्वारा निर्देशित “चलते चलते” में भी अभिनय किया, जिसमें राज माथुर एक सफल व्यवसायी के रूप में दिखाई दिए, जो प्रिया (रानी मुखर्जी) के साथ विवाहित जीवन के उतार-चढ़ाव को संभालता है. इसके अतिरिक्त, वे फराह खान द्वारा निर्देशित “मैं हूं ना” में मेजर राम शर्मा के रूप में दिखाई दिए, जिसमें सह-कलाकार सुष्मिता सेन और जायद खान के साथ एक्शन और कॉमेडी का सहज मिश्रण था.

अगले वर्ष शाहरुख की स्टारडम ने ब्लॉकबस्टर की एक श्रृंखला के साथ नई ऊंचाइयों को छुआ. उन्होंने यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित “वीर-ज़ारा” में वीर प्रताप सिंह की भूमिका निभाई, जो एक भारतीय वायु सेना के पायलट हैं, जिन्हें एक पाकिस्तानी महिला ज़ारा (प्रीति ज़िंटा) से प्यार हो जाता है. यह फिल्म एक बड़ी हिट रही और आलोचकों की प्रशंसा मिली.

वे आशुतोष गोवारिकर द्वारा निर्देशित “स्वदेश” में नासा के वैज्ञानिक मोहन भार्गव के रूप में भी दिखाई दिए, जो सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए भारत लौटते हैं. वर्ष 2005 में शाहरुख खान ने कॉमेडी और ड्रामा दोनों को एक साथ पेश किया. अमोल पालेकर द्वारा निर्देशित “पहेली” में उन्होंने किशन और भूत की दोहरी भूमिका निभाई, जिसे उसकी पत्नी लच्छी (रानी मुखर्जी) से प्यार हो जाता है. यह फ़िल्म ऑस्कर में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि थी और इसकी अनूठी कहानी और शाहरुख के अभिनय के लिए आलोचकों की प्रशंसा मिली.

उन्होंने अजय देवगन और विवेक ओबेरॉय के साथ करण जौहर द्वारा निर्मित हॉरर फ़िल्म “काल” में भी अतिथि भूमिका निभाई. शाहरुख खान का करियर 2006 में करण जौहर द्वारा निर्देशित “कभी अलविदा ना कहना” जैसी फिल्मों से जारी रहा. रानी मुखर्जी, प्रीति जिंटा और अभिषेक बच्चन की सह-अभिनीत यह फिल्म व्यावसायिक रूप से सफल रही और इसके बोल्ड विषयों पर बहस छिड़ गई.

इसी साल एक और महत्वपूर्ण रिलीज़ “डॉन” थी, जो 1978 की क्लासिक की रीमेक थी, जिसमें उन्होंने डॉन और विजय की दोहरी भूमिकाएँ निभाई थीं, जो एक साधारण व्यक्ति था जिसे अपराध सरगना का रूप धारण करने के लिए मजबूर किया जाता था. फरहान अख्तर द्वारा निर्देशित यह फिल्म हिट रही और शाहरुख के स्टाइलिश चित्रण को व्यापक प्रशंसा मिली. शिमित अमीन द्वारा निर्देशित “चक दे! इंडिया” में उन्होंने कबीर खान की भूमिका निभाई, जो एक बदनाम हॉकी कोच है, जो भारतीय महिला टीम को जीत की ओर ले जाता है.

यह फिल्म आलोचनात्मक और व्यावसायिक रूप से सफल रही, जिसमें शाहरुख के अभिनय ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार दिलाया. उन्होंने फराह खान द्वारा निर्देशित “ओम शांति ओम” में भी अभिनय किया, जिसमें उन्होंने ओम कपूर की भूमिका निभाई, जो एक जूनियर कलाकार है, जो अपने पिछले जीवन का बदला लेने के लिए पुनर्जन्म लेता है.

दीपिका पादुकोण के साथ सह-अभिनीत यह फिल्म एक ब्लॉकबस्टर थी. 2008 में, खान ने आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्देशित “रब ने बना दी जोड़ी” में सुरिंदर साहनी की भूमिका निभाई, जो एक साधारण व्यक्ति है, जो अपनी पत्नी का प्यार जीतने के लिए राज में बदल जाता है. अनुष्का शर्मा के साथ सह-अभिनीत यह फिल्म एक बड़ी हिट थी, और शाहरुख के दोहरे अभिनय की व्यापक रूप से सराहना की गई थी.

2009 एक ऐसा साल था जब शाहरुख खान ने एक निर्माता के रूप में भी अपने करियर की शुरू किया. उन्होंने प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित “बिल्लू” में अभिनय और निर्माण किया, जिसमें उन्होंने एक सुपरस्टार साहिर खान की भूमिका निभाई, जो अपने बचपन के दोस्त बिल्लू (इरफान खान) से फिर से जुड़ता है. फिल्म को इसकी दिल को छू लेने वाली कहानी और अभिनय के लिए सकारात्मक समीक्षा मिली। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सुष्मिता सेन और फरदीन खान के साथ मुदस्सर अजीज द्वारा निर्देशित “दूल्हा मिल गया” में अतिथि भूमिका निभाई.

इसके बाद वह करण जौहर द्वारा निर्देशित “माई नेम इज खान” (2010) में दिखाई दिए. उन्होंने एस्परगर सिंड्रोम से पीड़ित एक व्यक्ति रिजवान खान की भूमिका निभाई, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति से मिलने के लिए यात्रा पर निकलता है. काजोल की सह-अभिनीत यह फ़िल्म आलोचनात्मक और व्यावसायिक रूप से सफल रही, जिसमें महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों को उठाया गया और शाहरुख़ को व्यापक प्रशंसा मिली.

2011 में शाहरुख ने अनुभव सिन्हा द्वारा निर्देशित “रा.वन” में साइंस फिक्शन और सुपरहीरो शैलियों के क्षेत्र में कदम रखा. उन्होंने वीडियो गेम डिजाइनर शेखर सुब्रमण्यम और उनके डिजिटल अल्टर-एगो जी.वन की भूमिका निभाई. करीना कपूर और अर्जुन रामपाल की सह-अभिनीत यह फिल्म अपने अत्याधुनिक विशेष प्रभावों और एक्शन दृश्यों के लिए उल्लेखनीय थी, हालांकि इसे मिश्रित समीक्षाएं मिलीं.

इसके अतिरिक्त, उन्होंने “डॉन 2” में अभिनय किया, जो उनकी 2006 की हिट “डॉन” की अगली कड़ी थी. फरहान अख्तर द्वारा निर्देशित इस हाई-ऑक्टेन एक्शन थ्रिलर में प्रियंका चोपड़ा, बोमन ईरानी और लारा दत्ता भी थे. यह फिल्म व्यावसायिक रूप से सफल रही. वर्ष 2012 में यश चोपड़ा की आखिरी फिल्म “जब तक है जान” रिलीज़ हुई.

शाहरुख खान ने समर आनंद की भूमिका निभाई, जो बम निरोधक विशेषज्ञ है और समय के साथ प्यार और दिल टूटने का सामना करता है. फिल्म में कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा ने भी काम किया था. “जब तक है जान” आलोचनात्मक और व्यावसायिक रूप से सफल रही, जिसके लिए शाहरुख को कई पुरस्कार नामांकन मिले. अगले वर्ष खान ने रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित “चेन्नई एक्सप्रेस” में भूमिका निभाई.

2014 में, शाहरुख ने फराह खान द्वारा निर्देशित “हैप्पी न्यू ईयर” में एक अधिक गहन भूमिका निभाई. फिल्म में दीपिका पादुकोण, अभिषेक बच्चन, बोमन ईरानी और सोनू सूद जैसे कलाकारों ने काम किया था. शाहरुख ने चार्ली की भूमिका निभाई, जो एक डकैती को अंजाम देने के लिए एक नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेकर अपने पिता की गलत कैद का बदला लेना चाहता है. इसी क्रम में उनकी फिल्म “दिलवाले” रिलीज़ हुई.

रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित, यह फिल्म रोमांस, कॉमेडी और एक्शन का मिश्रण थी, जिसमें शाहरुख ने राज की भूमिका निभाई थी. फिल्म में वरुण धवन और कृति सनोन भी थे. जबकि “दिलवाले” को मिश्रित समीक्षाएं मिलीं, शाहरुख और काजोल की केमिस्ट्री को व्यापक रूप से सराहा गया. इसके अलावा, उन्होंने करण जौहर द्वारा निर्देशित “ऐ दिल है मुश्किल” में एक छोटी सी भूमिका निभाई.

वर्ष 2016 शाहरुख खान के लिए “फैन” और “डियर ज़िंदगी” की रिलीज़ के साथ महत्वपूर्ण रहा। मनीष शर्मा द्वारा निर्देशित “फैन” में, उन्होंने दोहरी भूमिकाएँ निभाईं. हालाँकि “फैन” को मिश्रित व्यावसायिक स्वागत मिला. उस वर्ष के अंत में, वे गौरी शिंदे द्वारा निर्देशित “डियर ज़िंदगी” में दिखाई दिए, जिसमें आलिया भट्ट सह-कलाकार थीं। शाहरुख ने डॉ. जहाँगीर खान की भूमिका निभाई.

2017 में, शाहरुख खान ने राहुल ढोलकिया द्वारा निर्देशित “रईस” में अभिनय किया. उन्होंने गुजरात में एक शराब तस्कर रईस आलम की भूमिका निभाई, जो सत्ता में आता है. 1980 और 1990 के दशक में सेट की गई इस फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और माहिरा खान भी थे. इसके अलावा, उन्होंने इम्तियाज अली की “जब हैरी मेट सेजल” में हैरी की भूमिका निभाई, जो एक टूर गाइड है जो अनुष्का शर्मा द्वारा निभाई गई सेजल को उसकी खोई हुई सगाई की अंगूठी खोजने में मदद करता है. इसके बाद शाहरुख ने आनंद एल. राय द्वारा निर्देशित “जीरो” में एक चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाई.

2019 में, शाहरुख़ खान ने प्रोडक्शन और स्पेशल अपीयरेंस पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने अमिताभ बच्चन और तापसी पन्नू अभिनीत सुजॉय घोष द्वारा निर्देशित थ्रिलर “बदला” का निर्माण किया और उसमें कैमियो भूमिका निभाई. उन्होंने “द ज़ोया फ़ैक्टर” और “ब्रह्मास्त्र” जैसी फ़िल्मों में कैमियो भूमिकाएँ भी निभाईं, जिससे उनकी स्टार पावर और बढ़ गई. 2022 में शाहरुख खान ने सिल्वर स्क्रीन पर वापसी की। “पठान” को व्यापक प्रशंसा के मिली. इसके अतिरिक्त, उन्होंने राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित “डंकी” और एटली द्वारा निर्देशित “जवान” में नजर आये है.

निर्माता के रूप में करियर (Career As a Producer)

शाहरुख खान न केवल एक अभिनेता हैं बल्कि वह एक फिल्म निर्माता भी हैं. उन्होंने अपने अभिनय करियर की तरह ही फिल्म निर्माण उद्योग में भी उतनी ही सफलता हासिल की है. शाहरुख खान ने अपनी पत्नी गौरी खान के साथ मिलकर 2002 में रेड चिलीज एंटरटेनमेंट नाम से एक फिल्म निर्माण कंपनी की स्थापना की थी. निर्माता के रूप में उनकी पहली फिल्म “मैं हूं ना” थी, जो व्यावसायिक रूप से सफल रही.

इस फिल्म ने एक फिल्म निर्माता के रूप में शाहरुख खान के करियर को एक नया आकार दिया. उनकी कंपनी चिलीज एंटरटेनमेंट ने फिल्म “चक दे! इंडिया” का निर्माण किया है, जिसमें शाहरुख खान ने भारतीय महिला राष्ट्रीय फील्ड हॉकी टीम के कोच की भूमिका निभाई थी.

इसके अलावा खान का प्रोडक्शन हाउस “रा.वन” जैसी फिल्मों के साथ विज्ञान के क्षेत्र में भी उतर चुका है. फीचर फिल्मों के अलावा रेड चिलीज एंटरटेनमेंट कंटेंट फील्ड में भी सक्रिय रहा है. रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने बॉलीवुड में नवीनता और रचनात्मकता की संस्कृति को बढ़ावा देने और नए निर्देशकों, लेखकों और अभिनेताओं के करियर को शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

शाहरुख खान की कुछ लोकप्रिय फ़िल्में (Popular Movies of Shahrukh Khan)

फिल्म का नाम

वर्ष

भूमिका

दीवाना

1992

राजा सहाय

बाजीगर

1993

अजय शर्मा / विक्की मल्होत्रा

डर

1993

राहुल मेहरा

कभी हां कभी ना

1994

सुनील

अंजाम

1994

विजय अग्निहोत्री

करण अर्जुन

1995

अर्जुन सिंह / विजय

दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे

1995

राज मल्होत्रा

राम जाने

1995

राम जाने

चाहत

1996

रूप सिंह राठौड़

यस बॉस

1997

राहुल जोशी

दिल तो पागल है

1997

राहुल

डुप्लीकेट

1998

बबलू चौधरी / मनु दादा

दिल से..

1998

अमरकांत वर्मा

कुछ कुछ होता है

1998

राहुल खन्ना

बादशाह

1999

राज / बादशाह

फिर भी दिल है हिंदुस्तानी

2000

अजय बक्शी

जोश

2000

मैक्स डायस

मोहब्बतें

2000

राज आर्यन मल्होत्रा

वन 2 का 4

2001

अरुण वर्मा

कभी खुशी कभी गम…

2001

राहुल रायचंद

देवदास

2002

देवदास मुखर्जी

चलते चलते

2003

राज माथुर

कल हो ना हो

2003

अमन माथुर

मैं हूँ ना

2004

मेजर राम प्रसाद शर्मा

वीर-ज़ारा

2004

वीर प्रताप सिंह

स्वदेश

2004

मोहन भार्गव

पहेली

2005

किशनलाल / द घोस्ट

कभी अलविदा ना कहना

2006

देव सरन

डॉन

2006

डॉन / विजय

चक दे! इंडिया

2007

कबीर खान

ओम शांति ओम

2007

ओम प्रकाश मखीजा / ओमी

रब ने बना दी जोड़ी

2008

सुरिंदर साहनी / राज

बिल्लू

2009

साहिर खान

माई नेम इज खान

2010

रिजवान खान

रा.वन

2011

शेखर सुब्रमण्यम / जी.वन

डॉन 2

2011

डॉन

जब तक है जान

2012

समर आनंद

चेन्नई एक्सप्रेस

2013

राहुल मिठाईवाला

हैप्पी न्यू ईयर

2014

चार्ली

दिलवाले

2015

राज / काली

फैन

2016

आर्यन खन्ना / गौरव चांदना

डियर जिंदगी

2016

डॉ. जहांगीर खान

रईस

2017

रईस आलम

जब हैरी मेट सेजल

2017

हरिंदर “हैरी” सिंह नेहरा

जीरो

2018

बउआ सिंह

बदला

2019

वकील बादल गुप्ता के रूप में कैमियो

द लायन किंग

2019

मुफासा (हिंदी वॉयस-ओवर)

रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट

2022

पत्रकार के रूप में कैमियो

ब्रह्मास्त्र: भाग एक – शिव

2022

मोहन भार्गव के रूप में कैमियो

पठान

2023

पठान

विवाद (Controversies)

हर सफल व्यक्ति की जिंदगी उतनी आसान नहीं होती, जितनी हमें दिखती है. शाहरुख खान के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है. वैसे तो उन्हें बॉलीवुड का बादशाह कहा जाता है, लेकिन वे अक्सर विवादों से घिरे रहते हैं. साल 2012 में वानखेड़े स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच के दौरान शाहरुख खान का सुरक्षाकर्मियों से विवाद हो गया था. उन पर बदसलूकी का आरोप लगा था.

हालांकि बाद में खान ने अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी थी, लेकिन यह घटना काफी चर्चा का विषय बनी थी. साल 2015 में उन्होंने ‘अत्यधिक असहिष्णुता’ के मुद्दे पर टिप्पणी की थी. इसके चलते उन्हें काफी निंदा का सामना करना पड़ा था. साल 2017 में शाहरुख खान की फिल्म ‘रईस’ की रिलीज को इसके कंटेंट की वजह से चुनौतियों का सामना करना पड़ा था. इस फिल्म में खान को शराब तस्कर के तौर पर दिखाया गया था. इस फिल्म को लेकर कई लोगों ने अपनी नाराजगी जताई थी.

साल 2021 में शाहरुख खान को उस समय विवादों का सामना करना पड़ा, जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनकी आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के शेयरों की बिक्री की जांच के तहत उन्हें तलब किया था. इसके अलावा साल 2013 में जब उनके सरोगेसी के जरिए बच्चे के जन्म की खबर सामने आई थी, तब भी वे आलोचनाओं के घेरे में आए थे. एक बार शाहरुख खान के चार्टर्ड अकाउंटेंट मोरेश्वर अजगांवकर द्वारा दिए गए बयान के कारण भी वे विवादों के घेरे में रहे थे.

घर, कुल संपत्ति और कारें (House, Net Worth & Cars)

अगर शाहरुख खान की नेट वर्थ की बात करें तो यह करीब 760 मिलियन डॉलर है, जिसे भारतीय रुपयों में देखा जाए तो करीब 6281 करोड़ रुपये होते हैं. शाहरुख खान हर फिल्म के लिए करीब 50 करोड़ रुपये चार्ज करते हैं. इसके अलावा वह कई ब्रांड्स के विज्ञापनों के जरिए भी पैसे कमाते हैं.

शाहरुख खान के घर का नाम ‘मन्नत’ है, जो महाराष्ट्र के मुंबई के बांद्रा (पश्चिम) में स्थित है. शाहरुख खान के पास ऑडी ए6 लग्जरी सेडान, बीएमडब्ल्यू 6 सीरीज, बीएमडब्ल्यू 7 सीरीज, बीएमडब्ल्यू आई8, बुटागी वर्जन, रोल्स रॉयस, टोयोटा क्रूजर लैंड पार्डो और मित्सुबिशी पजेरो जैसी कई लग्जरी कारें हैं.

पुरस्कार और उपलब्धियां (Awards & Achievements)

पुरुष्कार

वर्ष

सर्वश्रेष्ठ नवोदित (पुरुष) “दीवाना” के लिए

1993

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता “बाजीगर” के लिए

1994

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता “दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे” के लिए

1996

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता “दिल तो पागल है” के लिए

1998

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता “कुछ कुछ होता है” के लिए

1999

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता “देवदास” के लिए

2003

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता “स्वदेस” के लिए

2005

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता “चक दे! इंडिया” के लिए

2008

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता “माई नेम इज खान” के लिए

2011

सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म (चेन्नई एक्सप्रेस) के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार

2013

पद्म श्री

2005

ध्यान दें: इन सभी पुरुष्कारों के अलावा भी अभिनेता शाहरुख़ खान ने कई पुरुष्कार जीते है.

शाहरुख खान से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Some interesting facts related to Shahrukh Khan)

•  फिल्मों की दुनिया में आने से पहले शाहरुख खान को थिएटर में गहरी दिलचस्पी थी. दिल्ली में अपने शुरुआती वर्षों के दौरान वह दिल्ली स्थित थिएटर ग्रुप बैरी जॉन्स थिएटर एक्शन ग्रुप (TAG) का हिस्सा थे.

•  शाहरुख खान ने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में मास कम्युनिकेशन में मास्टर डिग्री हासिल करने के दौरान अभिनय में अपना करियर बनाने के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ने का फैसला किया.

•  फिल्मों में अपनी पहचान बनाने से पहले खान कई टेलीविजन सीरीज में नजर आए. छोटे पर्दे पर उनकी भूमिका की शुरुआत 1988 की टीवी सीरीज “फौजी” से हुई.

•  शाहरुख खान को वीडियो गेम का बहुत शौक है. उन्होंने कई मौकों पर इसका इजहार भी किया है. इसके अलावा शाहरुख खान इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) फ्रेंचाइजी के सह-मालिक भी हैं.

•  शाहरुख खान को सिनेमा में उनके योगदान और भारत और फ्रांस के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान नाइट ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया.

•  शाहरुख खान का जीवन एक मध्यम वर्गीय परिवार में बीता. उनकी मां मजिस्ट्रेट थीं और उनके पिता एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक थे. आज शाहरुख खान बॉलीवुड के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं. उन्हें सबसे लोकप्रिय स्टार भी कहा जाता है.

•  शाहरुख खान जब महज 15 साल के थे, तब उनके पिता की कैंसर के कारण मौत हो गई थी. साल 1991 में उनकी मां का निधन हो गया था. इसके बाद वे अपनी बहन के साथ मुंबई में रहने आ गए. मनोरंजन की दुनिया में आने से पहले उनका सपना भारतीय सेना में शामिल होने का था. लेकिन खान की एक्टिंग की चाहत उन्हें बॉलीवुड की ओर ले आई.

  शाहरुख खान के जन्म के समय उनका नाम अब्दुल रहमान रखा गया था. लेकिन बाद में उनके पिता ने उनका नाम बदलकर शाहरुख खान रख दिया. उनके नाम का मतलब है “राजा का चेहरा”.

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निष्कर्ष (Conclusion)

इस लेख में हमने भारतीय सिनेमा के दिग्गज और लोकप्रिय अभिनेता शाहरुख खान की जीवनी के बारे में बात की है. इसके साथ ही हमने दिल्ली के एक साधारण परिवार में जन्म लेने से लेकर आज विश्व स्तर पर पहचान बनाने तक के उनके सफर को गहराई से समझने की कोशिश की है.

दोस्तों शाहरुख खान आज दुनिया के सबसे लोकप्रिय अभिनेता हैं. अभिनेता होने के साथ-साथ वह फिल्म निर्माता भी हैं. उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया है. शाहरुख खान ने अपने करियर के शुरुआती दिनों में एक बाल कलाकार के रूप में काम किया था.


अकसर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions)

शाहरुख खान ने अपनी पढ़ाई अधूरी छोड़ दी थी. उन्होंने हंसराज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से एक सीनियर स्कूल की शिक्षा प्राप्त की थी, लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी ताकि वह अपने अभिनय करियर को आगे बढ़ा सकें.

अपने करियर की शुरुआत उन्होंने "फौजी" और "सर्कस" जैसे टेलीविजन धारावाहिकों से की थी. उनका पहला बड़ा ब्रेक बॉलीवुड फिल्म "दीवाना" (1992) में आया था. इसके बाद, उन्होंने फिल्म "बाजीगर", "दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे", "दिल तो पागल है", "कुछ कुछ होता है" जैसी हिट फिल्मों में अभिनय किया है.

विक्रम सांखला इस ब्लॉग के लेखक है. विक्रम ने सीकर, राजस्थान से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है. विक्रम को इतिहास, खेल, सामान्य ज्ञान, फ़िल्में, अभिनेता, खिलाड़ी आदि विषयों पर लिखने में रुचि है.

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